Haryana JJP- हरियाणा में JJP के उम्मीदवारों की घोषणा; पहली लिस्ट में पार्टी के 15 उम्मीदवार, ASP गठबंधन से 4 उम्मीदवार घोषित

हरियाणा में JJP के उम्मीदवारों की घोषणा; पहली लिस्ट में पार्टी के 15 उम्मीदवार, ASP गठबंधन से 4 उम्मीदवार घोषित, देखिए

Haryana Election JJP Candidates First List Release News Update

Haryana Election JJP Candidates First List Release News

Haryana JJP Candidates List: हरियाणा विधानसभा चुनाव-2024 के लिए जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने अपने 15 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। लिस्ट में आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) गठबंधन के भी 4 उम्मीदवार शामिल हैं। इस तरह से JJP-ASP गठबंधन से कुल 19 उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। उम्मीदवारों की लिस्ट में उचाना से दुष्यंत चौटाला, डबवाली से दिग्विजय चौटाला, जुलाना से अमरजीत ढ़ाडा जैसे अन्य नाम शामिल हैं। नीचे पूरी लिस्ट देखी जा सकती है।

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Haryana Election JJP Candidates First List Release News

 
पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला कल नामांकन भरेंगे

हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया कल 5 सितंबर से शुरू हो रही है। जहां नामांकन के पहले दिन ही पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला नॉमिनेशन करने जा रहे हैं। दुष्यंत चौटाला उचाना विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल करेंगे। इसके संबंध में दुष्यंत ने खुद जानकारी दी है। दुष्यंत चौटाला ने अपने सभी समर्थकों को नामांकन के मौके पर तैयार रहने को कहा है। इसके साथ ही दुष्यंत ने विरोधियों पर निशाना भी साधा है।

सुबह 11 बजे नामांकन दाखिल करने जाएंगे दुष्यंत चौटाला

पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला 5 सितंबर वीरवार सुबह 11 बजे उचाना में जननायक जनता पार्टी कार्यालय से भव्य नामांकन दाखिल करने के लिए जाएंगे। नामांकन दफ्तर तक दुष्यंत चौटाला के समर्थकों का रास्ते में हुजूम रहेगा। दुष्यंत ने सभी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को नामांकन में शामिल रहने को कहा है। दुष्यंत चौटाला ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- 5 सितंबर 2024 को उचाना से भव्य नामांकन, इस ऐतिहासिक मौके पर सभी सादर आमंत्रित हैं।

वहीं दुष्यंत चौटाला ने कहा- ''विरोधियों का भ्रम तोड़ने आ रहा हूं, अपनों के आशीर्वाद से नामांकन भरने जा रहा हूं।'' बता दें कि, हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 12 सितंबर 2024 तक सभी उम्मीदवार अपना नामांकन दाखिल कर पाएंगे। 13 सितंबर को सभी दाखिल नामांकनों की छटनी होगी। वहीं उम्मीदवार 16 सितंबर तक अपना नामांकन वापस ले सकते हैं।

दुष्यंत चौटाला ने कहा- मैं सबके सामने एक चैलेंज

दुष्यंत चौटाला पूरी दमखम के साथ विधानसभा चुनाव में ताल ठोक रहे हैं। दुष्यंत का कहना है कि, उनकी पार्टी चुनाव में अहम भूमिका में होगी और सरकार बनाने में किंगमेकर बनकर उभरेगी। हरियाणा विधानसभा चुनाव में इस बार भी किसी को बहुमत नहीं मिलेगा। त्रिशंकु विधानसभा यानी विधानसभा में 3 पार्टियों की मिलकर सरकार बनेगी। विपक्षी हमलों को लेकर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि, मुझे इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि मैं सबके सामने एक चैलेंज हूं। मैं कमजोर नहीं पड़ा हूं, बल्कि पहले से और ज्यादा कड़े मुक़ाबले के लिए तैयार हूं। कोई मुझे खत्म नहीं कर सकता।

जेजेपी और आजाद समाज पार्टी में गठबंधन

जेजेपी प्रधान महासचिव दुष्यंत चौटाला ने भीम आर्मी चीफ और आज़ाद समाज पार्टी (कांशी राम) के मुखिया चंद्रशेखर आजाद से हाथ मिला लिया है। दोनों नेताओं की तरफ से हाल ही में गठबंधन की आधिकारिक घोषणा की गई थी।

बता दें कि, हरियाणा की विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं। जननायक जनता पार्टी और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के बीच गठबंधन के तहत 70 और 20 सीटों का बंटवारा हुआ है। यानि दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (JJP) 70 सीटों पर चुनाव लड़ने उतरेगी। जबकि बाकी 20 सीटों पर चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) चुनावी लड़ाई लड़ेगी। इस गठबंधन से हरियाणा में दलित वोटों को साधने की पुरजोर कोशिश की गई है।

2019 में बीजेपी के साथ आए थे दुष्यंत चौटाला

2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ था। हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में बहुमत के लिए किसी पार्टी को अकेले दम पर 46 सीटों की जरूरत होती है। लेकिन रिजल्ट के बाद सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने 40 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 31 सीटें, जेजेपी ने 10 और अन्य ने 9 सीटें हासिल की थी। जिसके बाद बीजेपी और जेजेपी ने आपस में गठबंधन किया और राज्य में सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व में गठबंधित सरकार चलाई।

इस दौरान जेजेपी प्रधान महासचिव दुष्यंत चौटाला हरियाणा के डिप्टी सीएम रहे। लेकिन यह गठबंधित सरकार इस साल लोकसभा चुनाव से पहले बिखर गई। 12 मार्च को बीजेपी ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ लिया और इसके साथ ही मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उसी दिन नायब सिंह सैनी ने सरकार बनाने के लिए तय विधायकों की संख्या के हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।

हरियाणा में विधानसभा चुनाव का शेड्यूल बदला

हरियाणा विधानसभा चुनाव-2024 के शेड्यूल में बदलाव किया गया है। इलेक्शन कमीशन (ECI) ने नया शेड्यूल जारी किया है। जहां नए शेड्यूल के मुताबिक, हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए 5 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। जबकि वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। इससे पहले 1 अक्टूबर को वोटिंग होनी थी और 4 अक्टूबर को रिजल्ट घोषित किया जाना था।

हरियाणा में कितने पोलिंग स्टेशन और कितने वोटर

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जानकारी दी है कि, हरियाणा के 22 जिलों में कुल 90 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इन 90 सीटों में 73 जनरल, 0 ST और 17 SC सीटें हैं। वहीं हरियाणा में कुल वोटरों की संख्या 2.01 करोड़ है। इन कुल वोटरों में 1.06 करोड़ पुरुष और 0.95 करोड़ महिला वोटर शामिल हैं। वहीं हरियाणा में युवा वोटरों (उम्र-20 से 29) की संख्या 40.95 लाख है। जबकि फ़र्स्ट टाइम वोटरों (उम्र-18 से 19) की संख्या 4.52 लाख है। इसके साथ ही पीडबल्यूएस, बुजुर्ग और थर्ड जेंडर वोटर भी शामिल हैं। इसके अलावा हरियाणा में 10 हजार 495 लोकेशन पर 20 हजार 629 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। जहां लोग वोट डालने के लिए आएंगे।

रियाणा में इस बार जल्दी विधानसभा चुनाव

हरियाणा में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होने वाला है। यानि हरियाणा में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर, 2024 को समाप्त हो जाएगा। हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटों पर पिछला विधानसभा चुनाव साल 2019 में हुआ था। तब चुनाव आयोग ने 27 सितंबर को चुनावी नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की थी और 4 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए गए थे। वहीं 7 अक्टूबर नामांकन वापस लेने की तिथि थी। जबकि 2019 में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 21 अक्टूबर को हुई थी। जिसके बाद 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव में पड़े वोटों की गिनती की गई और रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया गया था।

किसी भी पार्टी को नहीं मिला था बहुमत

2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ था। हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में बहुमत के लिए किसी पार्टी को अकेले दम पर 46 सीटों की जरूरत होती है। लेकिन रिजल्ट के बाद सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने 40 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 31 सीटें, जेजेपी ने 10 और अन्य ने 9 सीटें हासिल की थी। जिसके बाद बीजेपी और जेजेपी ने आपस में गठबंधन किया और राज्य में सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व में गठबंधित सरकार चलाई। इस दौरान जेजेपी प्रधान महासचिव दुष्यंत चौटाला हरियाणा के डिप्टी सीएम रहे।

लेकिन यह गठबंधित सरकार इस साल लोकसभा चुनाव से पहले बिखर गई। 12 मार्च को बीजेपी ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ लिया और इसके साथ ही मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उसी दिन नायब सिंह सैनी ने सरकार बनाने के लिए तय विधायकों की संख्या के हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस समय नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा में बीजेपी सरकार है। वहीं इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी कांग्रेस, जेजेपी और आप के बीच चौतरफा मुकाबला होने की संभावना है। उधर इनेलो भी इस बार पूरी दमखम के साथ मैदान में है।

इनेलो और मायावती की बीएसपी पार्टी गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं। इस बार देखना यह होगा हरियाणा की जनता किस पार्टी को सत्ता में बैठाती है। ज्ञात रहे कि, हरियाणा लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लग चुका है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतीं थीं तो वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। ये सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। जिसे 2019 में एक भी लोकसभा सीट नहीं मिली थी।